अनुशासन -
हम ज्यादातर उन लोगों
के बारें में जानना या सुनना पसंद करते हैं जिन्होंने अपनी लाइफ में Discipline को
अपनी लाइफ में अच्छे तरीके से अपनाया हैं और वो पूरी तरह से अपनी लाइफ को कंट्रोल करते
हैं न की लाइफ इनको कंट्रोल में करती हैं।
आत्म-अनुशासन अपने आप को नियंत्रित करने और खुद को परिश्रम
करने या किसी अन्य की आवश्यकता के बिना किसी विशेष तरीके से व्यवहार करने की
क्षमता है जो आपको बताए कि आपको क्या करना है।
अनुशासन है क्या ?
आत्मानुशासन आपकी योग्यता
हैं जिससे आप अपनी इच्छाओं को नियंत्रण करकें अपनी लक्ष्यों को सफलता पूर्वक प्राप्त
करते हैं।
अनुशासन एक विकल्प है -
हर बड़ी उपलब्धि छोटे-छोटे टुकड़ों से बनाई गई थी। छोटी जीत के साथ। हर रोज की पसंद के साथ। सभी महान लोगों को रोजमर्रा के काम से अपनी महानता मिली। वे सीख रहे थे और सुधार कर रहे थे। और हां, वे सही विकल्प बना रहे थे। अनुशासित होना इतना आसान नहीं है, क्योंकि ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो आपको आपके लक्ष्य से विचलित कर रही हैं। लेकिन जब आप जानते हैं कि आपका भविष्य आपके द्वारा चुनी गई चीजों से बना है, तो सही निर्णय लेना बहुत आसान है।
अनुशासन क्यों जरुरी है
आप मुझे बताईये
जो आप लाइफ जी रहे
हो क्या आप उस लाइफ
से खुश हो, क्या आपकी
जो कन्डीशन है
आप सारी जिन्दगी
ऐसे ही रहना चाहते हों
या पर आप बिलकुल अनफिट
हैं और आप बिलकुल भी
खुश नहीं हो अपनी जिंदगी
से ,आप बिल्कुल
भी खुश नहीं
हो अपने आप से आपके
relationship अपने घरवालों से या जिन्हे आप
बहुत प्यार करते
हो। जिस कारण
आप कुछ भी पाने में
असफल हो रहें हों आपकोभी Discipline अपनाना चाहिए।
हमको पता कैसे
चलेगा की हमारे
अंदर Discipline हैं
-
अगर आपके अंदर
बुरे विचार आ रहे है
या आप बहुत गुस्से में
हो तो जो आपके अंदर
की अच्छाई बुरे
विचारों को या गुस्से को
कम करने की कोशिश करेगी
और आपके मन से बुरे
विचार को भी नहीं आने
देगी तो समझलो
आप के अंदर
Discipline हैं। आप खुद
को कंट्रोल कर
सकते हो तो आप अपने
अनुशासन में हो, अगर आपको
दोस्त के Birthday पार्टी पर जाना है तो आप अपने माता-पिता से पूछ कर जाते हो क्यों
की आप में अनुशासन हैं और माता-पिता के द्वारा दिये समय पर वापिस घर आ जायेंगे, क्युकि आप अनुशासन के साथ चलते हों।
POWER OF DISCIPLINE WITH
Akshay Kumar
- अनुशासन एक विकल्प है ,
- अपनी कमजोरी को पहचानों ,
- मोह को हटाओ ,
- अपने लक्ष्य को स्पष्ट करो ,
- अपने आप को उपहार दो ,
- अपने आप को एक बैकअप योजना दें,
- खुद को क्षमा करें और आगे बढ़ें,
हर एक इंसान
में दो चीजें हैं
चेतना और उपचेतना ( इंसानियत और
हैबनियत ) हमारे अंदर
अच्छी को बनाये
रखना और बुरी चीजों
दबाये रखना। यदि
हमारी अच्छी आदतें
बुरी आदतों को
दबा के रखती हैं इसी
को अनुशासन कहते
हैं।
- अनुशासन एक विकल्प है हर बड़ी उपलब्धि छोटे-छोटे टुकड़ों से बनाई गई थी। छोटी जीत के साथ। हर रोज की पसंद के साथ। सभी महान लोगों को रोजमर्रा के काम से अपनी महानता मिली। वे सीख रहे थे और सुधार कर रहे थे। और हां, वे सही विकल्प बना रहे थे। अनुशासित होना इतना आसान नहीं है, क्योंकि ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो आपको आपके लक्ष्य से विचलित कर रही हैं। लेकिन जब आप जानते हैं कि आपका भविष्य आपके द्वारा चुनी गई चीजों से बना है, तो सही निर्णय लेना बहुत आसान है
- अपनी कमजोरी को पहचानों -
हम सभी में कुछ न कुछ कमजोरी जरूर होती हैं अपनी कमजोरी को स्वीकार करे चाहे वे कुछ भी हों, जैसे कि वो कोन सी चीजे है जिनसे पढ़ाई करतें समय और काम करते समय आप विचलित होते हों। ऐसे काम को नहीं करना चाहिए जिससे आप विचलित होते हों।
- मोह को हटाओ
आप सेहतमंद रहना चाहते हैं, तो जंक फूड को नहीं खाना
चाहिये यदि आप काम पर अपनी उत्पादकता में सुधार करना चाहते हैं, तो सूचनाओं को बंद
करें और अपने सेल फोन को चुप कराएं। आपके पास जितने कम विक्षेप होंगे, आप अपने लक्ष्यों
को पूरा करने में उतने ही अधिक केंद्रित होंगे। जब भी आप important काम या पढ़ाई कर
रहे हो तो अपने से Self phone को साइलेंट और दूर रखना चाहिये जिससे आपका ध्यान विचलित
नहीं होगा।
- अपने लक्ष्य को स्पष्ट करो
यदि आप आत्म-अनुशासन
प्राप्त करने की आशा करते हैं, तो आपके पास एक स्पष्ट दृष्टि होनी चाहिए कि आप क्या
हासिल करने की आशा करते हैं। आपको इस बात की समझ भी होनी चाहिए कि सफलता आपके लिए क्या
मायने रखती है। आखिरकार, यदि आप यह नहीं जानते हैं कि आप कहाँ जा रहे हैं, तो अपना
रास्ता खोना आसान है या टूट जाना।
ये बहुत महत्वपूर्ण हैं
अनुशासन का ये मतलब नहीं है की दुनिया की हर खुशी को त्याग देना मशीनों को भी एक समय
के बाद ब्रेक चाहिए होता हैं तो फिर हमतो इंसान हैं आपको भी ब्रेक चाहिए आपको भी उपहार चाहिये। अगर आप डाइट पर हो तो एक दिन आपको ice cream जरूर खानी चाहिये। अगर आप दिन
में बहुत पढ़ाई करते हो तो आपको एक दिन ऐसा जरूर प्लान करो के एक दिन आप घूमने या खेलने जाओगे या नया lession समाप्त होने
पर आप अपना फेवरे गाना सुनोगे या जो काम आपको अच्छा लगता है वो काम करोगें।
- अपने आप को एक बैकअप योजना दें -
मनोवैज्ञानिक "कार्यान्वयन के इरादे" नामक इच्छाशक्ति को बढ़ावा देने के लिए एक तकनीक का उपयोग करते हैं, जब आप अपने आप को संभावित रूप से कठिन स्थिति से निपटने के लिए एक योजना देते हैं जिसे आप जानते हैं कि आप संभावित रूप से सामना करेंगे। उदाहरण के लिए, कल्पना करें कि आप स्वास्थ्यवर्धक खाने पर काम कर रहे हैं, लेकिन आप अपनी पार्टी के लिए रास्ते में हैं जहाँ भोजन परोसा जाएगा। जाने से पहले, अपने आप को बताएं कि पनीर और पटाखे की प्लेट में गोता लगाने के बजाय, आप एक गिलास पानी घूंट लेंगे और मिंगलिंग पर ध्यान केंद्रित करेंगे। एक योजना के साथ जाने से आपको स्थिति के लिए आवश्यक मानसिकता और आत्म-नियंत्रण देने में मदद मिलेगी। अपनी भावनात्मक स्थिति के
आधार पर अचानक निर्णय न लेने से भी आप ऊर्जा की बचत करेंगे।
- खुद को क्षमा करें और आगे बढ़ें -
यहां तक कि हमारे सभी अच्छे इरादों और अच्छी तरह से रखी योजनाओं के साथ, हम कभी-कभी कम हो जाते हैं। होता है। आपके पास उतार-चढ़ाव, महान सफलताएं और निराशाजनक विफलताएं होंगी। कुंजी आगे बढ़ते रहने की है। यदि आप ठोकर खाते हैं, तो इसकी वजह को स्वीकार करें और आगे बढ़ें। अपने आप को अपराध, क्रोध या हताशा में लपेटने न दें, क्योंकि ये भावनाएँ ही आपको और नीचे ले जाएंगी और भविष्य की
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